1312 दिन बाद, अश्विन का शतक: एक ऐतिहासिक उपलब्धि
भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने 1312 दिनों के लंबे इंतजार के बाद, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नागपुर में खेले गए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में शतक जमाकर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। यह उनके टेस्ट करियर का सातवां शतक था, जिसने उन्हें भारतीय स्पिनरों में शतक बनाने वाले दूसरे खिलाड़ी के रूप में स्थान दिलाया।
एक लंबा इंतजार और एक शानदार वापसी
अश्विन ने आखिरी बार 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में शतक जमाया था। तब से वह अपने शतक के लिए तरस रहे थे। नागपुर में खेले गए टेस्ट में उन्होंने 128 रनों की शानदार पारी खेली, जो उनके टेस्ट करियर की सबसे लंबी पारी थी।
अश्विन ने खेली शानदार पारी
अश्विन की पारी भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक प्रेरणा थी। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का डटकर सामना किया और धैर्य और अनुशासन के साथ अपनी पारी को आगे बढ़ाया। उन्होंने 12 चौके और तीन छक्के की मदद से शतक पूरा किया।
अश्विन का योगदान
अश्विन की पारी ने भारतीय टीम को पहले दिन ही मजबूत स्थिति में लाकर खड़ा किया। उन्होंने विराट कोहली के साथ छठे विकेट के लिए 91 रनों की साझेदारी कर टीम को मजबूत बनाया। उनकी पारी से भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार शुरुआत की और मैच में अपनी पकड़ मजबूत की।
अश्विन का ऐतिहासिक रिकॉर्ड
अश्विन की शतक पारी उन्हें भारतीय स्पिनरों में शतक बनाने वाले दूसरे खिलाड़ी के रूप में स्थान दिलाती है। पहले अनिल कुंबले ने 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ शतक जमाया था।
एक प्रेरणा
अश्विन की पारी युवा खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा है। उन्होंने **अपने **लंबे करियर में **कई **उतार-चढ़ाव **देखे हैं, लेकिन हौसले और मेहनत से अपने लक्ष्य तक पहुंचने में कामयाब रहे हैं।
आखिरी शब्द
अश्विन की शतक पारी भारतीय क्रिकेट के लिए **एक **खास क्षण थी। उनके संकल्प और मेहनत ने दुनिया को प्रभावित किया है। उनके **इस **ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए हम उन्हें बधाई देते हैं!