खमेनी के बयान पर MEA ने जताया विरोध: भारत की कड़ी प्रतिक्रिया
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमेनी के हाल ही में दिए गए बयान, जिसमें उन्होंने कश्मीर को भारत का हिस्सा नहीं माना, पर भारत सरकार ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। विदेश मंत्रालय (MEA) ने खमेनी के बयान को खारिज करते हुए कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और इस पर कोई सवाल नहीं उठाया जा सकता है।
MEA का बयान
MEA की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "हमने ईरान के सर्वोच्च नेता के हाल ही में दिए गए बयान को देखा है। इस बयान में कश्मीर को लेकर दिए गए विचार हमारी स्थिति से पूरी तरह से अलग हैं। कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और यह हमारी संवैधानिक और कानूनी संरचना का विषय है। हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने का आह्वान करते हैं।"
खमेनी का बयान
खमेनी ने पिछले हफ्ते एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि कश्मीर "एक मुस्लिम देश" है और "उसके लोगों को अपनी आज़ादी का अधिकार है"। उन्होंने भारत को "अत्याचार" करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारत ने कश्मीर पर जबरन कब्ज़ा कर रखा है।
भारत की प्रतिक्रिया
भारत सरकार ने खमेनी के बयान को "अस्वीकार्य" और "अनुचित" करार दिया है। MEA ने कहा है कि भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता पर कोई भी सवाल नहीं उठाया जा सकता है।
यह बयान क्यों महत्वपूर्ण है?
खमेनी के बयान ने भारत-ईरान के संबंधों में तनाव पैदा कर दिया है। दोनों देशों के बीच संबंधों में कुछ समय से तनाव चल रहा था, लेकिन खमेनी का बयान इस तनाव को और बढ़ा सकता है।
आगे क्या?
भारत सरकार ने अभी तक इस मामले पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है, लेकिन यह संभावना है कि भारत इस मामले पर ईरान सरकार से बात करेगा।
यह बयान भारत-ईरान के संबंधों के लिए एक बड़ी चुनौती है। यह देखना बाकी है कि दोनों देश इस मुश्किल स्थिति से कैसे निकलते हैं।